ESIC से लाभ प्राप्त करने हेतु कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ : ESIC से लाभ प्राप्त करने हेतु कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ ईएसआईसी (Employees’ State Insurance Corporation) भारतीय श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों और उनके परिवारों को बीमारियों, दुर्घटनाओं, मातृत्व, विकलांगता, और मृत्यु जैसे अप्रत्याशित घटनाओं से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। यह योजना भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय के अधीन आती है और इसे कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) द्वारा लागू किया जाता है। यह कर्मचारियों को चिकित्सा देखभाल, वित्तीय सहायता और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करने में मदद करता है।
इस पोस्ट में, हम आपको ESIC से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जिससे आप ईएसआईसी लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र हो सकें और इसके अंतर्गत मिलने वाले लाभों को समझ सकें।
ईएसआईसी स्कीम के प्रमुख लाभ | ESIC से लाभ प्राप्त करने हेतु
ईएसआईसी (ESIC) योजना का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों और उनके परिवारों को विविध प्रकार की सुरक्षा और वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसमें विभिन्न लाभ शामिल हैं, जैसे चिकित्सा देखभाल, वित्तीय सहायता, और पुनर्वास। इन लाभों का उपयोग कर्मचारी और उनके परिवार किसी भी प्रकार की आकस्मिक स्थिति में कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख लाभों के बारे में:

1. चिकित्सा लाभ (Medical Benefit)
ईएसआईसी स्कीम के तहत कर्मचारियों और उनके परिवार को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इनमें अस्पताल में भर्ती, ऑपरेशन, डॉक्टरों की सलाह, दवाइयाँ, और अन्य चिकित्सा उपचार शामिल होते हैं। ईएसआईसी अस्पतालों में कर्मचारियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं मिलती हैं। इसके अलावा, कर्मचारियों के परिवार के सदस्य भी इन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
2. बीमारियों से संबंधित लाभ (Sickness Benefit)
अगर कोई कर्मचारी बीमारी के कारण काम करने में सक्षम नहीं होता, तो उसे बीमारियों से संबंधित लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें कर्मचारी को अपने अनुपस्थिति की अवधि के दौरान अपने वेतन का 70% तक भुगतान किया जाता है। यह लाभ 91 दिनों तक दिया जा सकता है, और इसके लिए कर्मचारी को अपनी बीमारी के प्रमाण के रूप में चिकित्सा दस्तावेज़ प्रस्तुत करना होता है।
3. मातृत्व लाभ (Maternity Benefit)
ईएसआईसी स्कीम के तहत, महिला कर्मचारियों को प्रसव के लिए मातृत्व लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें उन्हें मातृत्व अवकाश के दौरान अपने वेतन का 100% तक भुगतान मिलता है। इसके अलावा, कर्मचारी को प्रसव के दौरान चिकित्सा देखभाल, अस्पताल में भर्ती, और अन्य संबंधित चिकित्सा लाभ भी दिए जाते हैं। यह लाभ अधिकतम 26 सप्ताह तक दिया जाता है, जिसमें प्रसव के पहले और बाद के समय दोनों शामिल होते हैं।
4. अवकाश पर लाभ (Disablement Benefit)
यदि किसी कर्मचारी को कार्यस्थल पर किसी दुर्घटना या चोट के कारण स्थायी विकलांगता हो जाती है, तो उसे विकलांगता लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें कर्मचारी को एकमुश्त मुआवजा या पेंशन के रूप में लाभ मिलता है। यह मुआवजा कर्मचारी की विकलांगता के स्तर के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
5. मृत्यु लाभ (Dependents Benefit)
यदि कर्मचारी की मृत्यु कार्यस्थल पर किसी दुर्घटना या बीमारी के कारण हो जाती है, तो उसके परिवार को पारिवारिक पेंशन और मुआवजा मिलता है। इस पेंशन को कर्मचारी के परिवार के सदस्य नियमित रूप से प्राप्त करते हैं और इसे परिवार की वित्तीय सुरक्षा के रूप में दिया जाता है। इसके अतिरिक्त, कर्मचारी के परिजनों को चिकित्सा लाभ भी प्रदान किया जाता है।
6. कर्मचारी के परिवार के लिए पुनर्वास (Rehabilitation)
कार्यस्थल पर दुर्घटनाओं से प्रभावित कर्मचारियों को शारीरिक और मानसिक पुनर्वास की सुविधाएं दी जाती हैं। इसके तहत, कर्मचारियों को पुनः कार्यक्षमता प्राप्त करने के लिए चिकित्सकीय उपचार और प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाती है।
ईएसआईसी से लाभ प्राप्त करने हेतु पात्रता | ESIC से लाभ प्राप्त करने हेतु
ईएसआईसी से लाभ प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों को कुछ पात्रता मानदंडों को पूरा करना होता है। इन मानदंडों में कर्मचारियों का वेतन, काम करने का स्थान, और उनके द्वारा किए गए योगदान शामिल होते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ महत्वपूर्ण पात्रता शर्तें:
1. वेतन सीमा (Wage Limit)
ईएसआईसी योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों का मासिक वेतन ₹21,000 से कम होना चाहिए। यदि कर्मचारी का वेतन ₹21,000 या इससे अधिक है, तो वह ईएसआईसी योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र नहीं होगा। हालांकि, यदि कर्मचारी का वेतन ₹21,000 से अधिक है, तो वह अपनी स्वीकृति से योजना में शामिल हो सकता है।
2. नियोक्ता द्वारा पंजीकरण (Registration by Employer)
ईएसआईसी योजना में पंजीकरण नियोक्ता के द्वारा किया जाता है। कर्मचारियों को लाभ प्राप्त करने के लिए नियोक्ता को ईएसआईसी योजना में उनका पंजीकरण कराना होता है। इस पंजीकरण के बाद कर्मचारियों को ईएसआई नंबर प्राप्त होता है, जो उनकी पहचान का प्रतीक होता है।
3. कर्मचारी का कार्यकाल (Service Period)
ईएसआईसी लाभ प्राप्त करने के लिए कर्मचारी को कम से कम 3 महीने की सेवा पूरी करनी होती है। यदि कर्मचारी ने 3 महीने से कम समय तक काम किया है, तो वह चिकित्सा लाभ के लिए पात्र नहीं होगा। इसके बावजूद, कर्मचारी अगर एक गंभीर बीमारी या दुर्घटना का शिकार हो जाता है, तो उसे चिकित्सा लाभ मिल सकता है।
ईएसआईसी से लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन कैसे करें?
ईएसआईसी से लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है। निम्नलिखित कदमों के माध्यम से आप ईएसआईसी के लाभ का दावा कर सकते हैं:
1. ईएसआईसी पंजीकरण:
कर्मचारी को सबसे पहले ईएसआईसी पंजीकरण करवाना होता है। यह पंजीकरण नियोक्ता के माध्यम से किया जाता है। एक बार पंजीकरण होने पर कर्मचारी को एक ईएसआई नंबर दिया जाता है, जो भविष्य में सभी लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक होता है।
2. क्लेम फॉर्म भरना:
कर्मचारी को संबंधित क्लेम फॉर्म भरना होता है। इसके लिए आपको ईएसआईसी की वेबसाइट या अपने नियोक्ता से फॉर्म प्राप्त करना होगा। अगर कर्मचारी का उपचार अस्पताल में किया जा रहा है, तो अस्पताल से चिकित्सकीय प्रमाणपत्र और अन्य जरूरी दस्तावेज़ों को फॉर्म के साथ संलग्न करना होता है।
3. क्लेम फॉर्म को प्रस्तुत करना:
कर्मचारी को पूरा किया गया क्लेम फॉर्म अपने नियोक्ता के पास प्रस्तुत करना होता है। नियोक्ता द्वारा इसे संबंधित ईएसआईसी कार्यालय में प्रस्तुत किया जाता है। इसके बाद, ईएसआईसी संबंधित कार्यालय में क्लेम का सत्यापन और अनुमोदन किया जाता है।
4. ईएसआईसी लाभ प्राप्त करना:
एक बार क्लेम स्वीकृत हो जाने के बाद, कर्मचारी को उसके खातें में लाभ की राशि स्थानांतरित कर दी जाती है। यह राशि कर्मचारी के द्वारा दावा किए गए लाभ के आधार पर निर्धारित की जाती है।
ईएसआईसी स्कीम के तहत प्रमुख अस्पताल और चिकित्सा सुविधाएं
ईएसआईसी स्कीम के तहत, कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए ईएसआई अस्पताल और चिकित्सा केंद्र देशभर में स्थापित किए गए हैं। इन अस्पतालों में कर्मचारियों को मुफ्त या कम दरों पर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके अलावा, कर्मचारियों को ईएसआई कार्ड प्रदान किया जाता है, जिसके द्वारा वे इन सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष ESIC से लाभ प्राप्त करने हेतु:
ईएसआईसी (ESIC) स्कीम भारत के कर्मचारियों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण और सहायक योजना है। यह कर्मचारियों और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा और चिकित्सा देखभाल प्रदान करती है। कर्मचारियों को अपने अधिकारों और इस योजना के लाभों के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि वे किसी भी प्रकार की कठिनाई या संकट में लाभ उठा सकें। ईएसआईसी से जुड़ी सभी जानकारी और आवेदन प्रक्रिया को समझकर आप इस योजना से पूरी तरह लाभ उठा सकते हैं।
Primary अथवा Secondary इलाज पर:
Primary अथवा Secondary में , जैसे की बुखार , पिल्लीआ या कोई बीमारी जिसका आपको पहले से पता हो , वो EMERGENCY में नहीं आएगी और ना ही इस के बिल ESI से पास होंगे , क्यूंकि इसका संभव इलाज ESI डिस्पेंसरी में उपलब्ध होता है , यदि ना हो तो वो आपको सिविल हॉस्पिटल या अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रेफेर कर देंगे , जहाँ इलाज फ्री हो सकता है और उस इलाज अवधि के दौरान भी कोई खर्चा हो तो , बिल जमा करवाने पर वो ESI से वापिस मिल जायगा |
ESI के पैनल हॉस्पिटल्स से कैशलेस या सुपरस्पेशलिटी ईलाज के लिए जरूरी :
EMPLOYEE के कम से कम 2 सालों तक ESI CONTRIBUTION होना चाहिए |
ESI से कैशलेस या सुपरस्पेशलिटी ईलाज के लिए( हिसार में ) सिर्फ जिंदल या सर्वोदय हॉस्पिटल में ही रेफेर किया जा सकता है
ESI कार्ड में आपका और परिवार वालों के आधार नंबर अपडेटेड होना जरुरी है |
ESI कार्ड पर FAMILY ग्रुप फोटो ,HRD से ATTESTED होना चाहिए|
आपके घर के नज़दीक जो ESI डिस्पेंसरी है , उसे HRD में ESI कार्ड पर अपडेट करवाओ |
ESI जाते वक़्त अपने साथ ESI हक़दारी ( ENTITLEMENT ) ले जाना जरूरी है |
http://www.esic.in/EmployeePortal/login.aspx इस लिंक से आप ESI हक़दारी का PRINT ले सकते है |
साथ में 2 सेट आधार की कॉपी और PATIENT के पासपोर्ट साइज फोटो |
यदि पहले से ही कोई टेस्ट या मेडिकल रिपोर्ट हो तो उसे भी साथ में ले जाएं |
ESIC से लाभ प्राप्त करने हेतु कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ :
Emergency में किसी और हॉस्पिटल से इलाज करवाने पर :
- यदि किसी और Private हॉस्पिटल से इलाज करवाया जाता है तो इस केस में बिल्स का खर्चा ESI से तभी मिलेगा जब EMERGENCY हो और EMERGENCY CERTIFICATE दे सकें, और केवल दवाइओं का खर्चा ही से वापिस मिलेगा, बाकी चीजों का सरकारी दर पर|
- यदि रविवार या किसी HOLIDAY के दिन EMERGENCY में आपको इलाज करवाना पड़ जाएं , तो आप अगले दिन ESI से रेफेर करवा सकते है जिंदल या सर्वोदय हॉस्पिटल में यदि इलाज कैशलेस हो तो कैशलेस के लिए रेफेर कर देंगे , यदि कैशलेस में ना हो तो डिस्चार्ज होने पर बिल पास होने में आसानी होती है यदि बिल जिंदल या सर्वोदय हॉस्पिटल के हो |
Primary or Secondary इलाज पर:
Primary अथवा Secondary में , जैसे की बुखार , पिल्लीआ या कोई बीमारी जिसका आपको पहले से पता हो , वो EMERGENCY में नहीं आएगी और ना ही इस के बिल ESI से पास होंगे , क्यूंकि इसका संभव इलाज ESI डिस्पेंसरी में उपलब्ध होता है , यदि ना हो तो वो आपको सिविल हॉस्पिटल या अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रेफेर कर देंगे , जहाँ इलाज फ्री हो सकता है और उस इलाज अवधि के दौरान भी कोई खर्चा हो तो , बिल जमा करवाने पर वो ESI से वापिस मिल जायगा |
- अपना ESI कार्ड अपडेटेड रखे , जैसे की स्वयं के और परिवार के आधार कार्ड नंबर , ESI डिस्पेंसरी , Address, ताकि EMERGENCY में आपको परेशानी न हो |
- और किसी भी सवाल या Query के लिए आप HRD में संपर्क कर सकते है |Information Note:
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